लिए बहारें आँचल में , जब चैत्र प्रतिपदा आएगी । फूलों का श्रृंगार करके , धरती दुल्हन बन जाएगी ।। मौसम बड़ा सुहाना होगा , दिल सबके खिल जाएँगे । झूमेंगी फसलें खेतों में , हम गीत खुशी के गाएँगे ।। उठो खुद को पहचानो , यूँ कबतक सोते रहोगे तुम । चिन्ह गुलामी के कंधों पर , कबतक ढोते रहोगे तुम ।। अपनी समृद्ध परंपराओं का , आओ मिलकर मान बढ़ाएंगे । आर्यवृत के वासी हैं हम , अब अपना नववर्ष मनाएंगे ।। नव वर्ष आपको आपके परिवार सहित मंगलमय हो। #Magikbond #Alstrom #Management #Wishes #HappyNewYear
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